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Projector Kya Hai – क्या काम करता है, कैसे काम करता है, प्रकार, फीचर

इस लेख में आपको बताऊंगा की Projector Kya Hai और इसके साथ प्रोजेक्टर क्या काम करता है और कैसे काम करता है, प्रोजेक्टर के कितने प्रकार होते हैं यह भी बताऊंगा| Projector के बारे में अच्छे से जानने के लिए इस लिख को पूरा पढ़ें|

आज के समय Projector का इस्तेमाल बहोत ज्यादा हो गया है जिस वजह से आपने कहीं न कहीं तो इसे देखा ही होगा| अगर आप एक स्टूडेंट हैं या फिर किसी कंपनी में काम करते हैं तो आपने प्रोजेक्टर को अवश्य देखा ही होगा| आज प्रोजेक्टर का इस्तेमाल सिर्फ स्कूल और कॉलेज में नहीं होता बल्कि सभी तरह की इंडस्ट्री में इसका इस्तेमाल होता है| छोटा बिज़नस हो जा कोई मल्टीनेशनल कंपनी सभी जगह प्रोजेक्टर बहोत फायदेमंद साबित हुआ है|

आप एक इंजिनियर हैं या फिर कंप्यूटर से जुड़े किसी क्षेत्र में काम करते हैं तो फिर आपको Projector के बारे में जानना बहोत जरूरी होता है इसीलिए मैंने इस लेख में प्रोजेक्टर के बारे में सभी तरह की जानकारी दी है जिसे पढने के बाद आपको प्रोजेक्टर के बारे में किसी तरह की कोई शंका नहीं रहेगी|

What is Projector in Hindi – प्रोजेक्टर क्या है

Projector एक Output Device है जो किसी भी वीडियो और इमेज को एक बड़ी स्क्रीन पर दिखाने का काम करता है| यह छोटे स्क्रीन पर चल रहे विडियो को एक बड़े परदे या फिर दीवार पर आसानी से दिखा सकता है|

प्रोजेक्टर को विडियो को प्रोजेक्ट करने के लिए किसी खास स्क्रीन की जरुरत नहीं पड़ती क्यूंकि यह किसी भी बड़ी दीवार पर आसानी से विडियो को दिखा सकता है लेकिन आप अगर प्रोजेक्टर की मदद से अच्छी क्वालिटी में विडियो देखना चाहते हैं तो आपको एक सफ़ेद दीवार या फिर सफ़ेद परदे पर प्रोजेक्टर को प्रोजेक्ट करना चाहिए|

कंप्यूटर की स्क्रीन पर चल रही विडियो को प्रोजेक्टर बड़ी आसानी से एक बड़े परदे पर दिखा सकता है जिस वजह से आज इसका इस्तेमाल कंपनी मीटिंग और स्कूल, कॉलेज में ज्यादा हो रहा है|

Projector Kya Hai – Meaning of Projector in Hindi

Projector Kya Hai इसे आसान  शब्दों में कहा जाए तो यह एक ऐसा Optical Device है जो कंप्यूटर की स्क्रीन पर चल रही विडियो को एक बड़ी दीवार या परदे पर दिखता है जिसे प्रोजेक्शन स्क्रीन भी कहा जाता है| आज के समय Video Projector सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है|

आज के समय कुछ स्कूल और कॉलेज में छात्रों को पढाने के लिए ज्यादातर Projector का ही इस्तेमाल किया जा रहा है क्यूंकि इसकी मदद से बड़ी आसानी से किसी भी concept को समझाया जा सकता है| एक Black Board पर सिर्फ लिखकर ही समझाया जा सकता है लेकिन प्रोजेक्टर की मदद से इमेज और विडियो दिखाकर बड़ी ही आसानी से समझाया जा सकता है और इस तरह से समझाने से छात्रों को भी बड़ी जल्दी समज में आता है|

जब हम किसी इमेज या विडियो को एकसाथ किसी बड़े समूह को दिखाना चाहते हैं तो हमें प्रोजेक्टर का इस्तेमाल करना पड़ता है क्यूंकि यह किसी भी विडियो को एक बड़ी स्क्रीन पर प्रोजेक्ट करने की क्षमता रखता है जिसे कई लोग बड़े आराम से एकसाथ देख सकते हैं|

प्रोजेक्टर द्वारा उत्पन्न हुई छवि को अच्छे से देखने के लिए हलके रंग के परदे या फिर हलके रंगवाली दीवार का उपयोग करना चाहिए| प्रोजेक्टर का वजन भी बहोत कम होता है जिसकी वजह से उसे आराम से कहीं भी ले जा सकते है|   

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Projector in Hindi

History of Projector in Hindi – प्रोजेक्टर का इतिहास

प्रोजेक्टर को Francis Jenkins और Thomas Armat ने मिलकर बनाया था और उन्होंने इसे Phantoscope नाम दिया था| इसे 1895 में मार्केट में लोंच किया गया था|

पहेले के प्रोजेक्टर और आज के प्रोजेक्टर में जमीन आसमान का अंतर है क्यूंकि पहेले के प्रोजेक्टर में Celluloid Film का इस्तेमाल किया जाता था और आज के प्रोजेक्टर में LCD, DLP, CRT का इस्तेमाल किया जाता है| पहेले के प्रोजेक्टर की रेंज और क्वालिटी बहोत कम होती थी लेकिन आज के समय के प्रोजेक्टर में रेंज भी ज्यादा है और क्वालिटी भी अच्छी है|

How Projector works in Hindi – प्रोजेक्टर कैसे काम करता है?

अभी तक हमने देखा की Projector Kya Hai और अब हम जानेंगे की वह काम कैसे करता है और उसे किस तरह इस्तेमाल किया जाता है|

किसी भी तरह के प्रोजेक्टर को इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहेले उस प्रोजेक्टर को कंप्यूटर से कनेक्ट करना पड़ता है और कंप्यूटर में प्रोजेक्टर का एक Software Install करना पड़ता है| इस सॉफ्टवेर की मदद से हम प्रोजेक्टर को विडियो या फिर इमेज को प्रोजेक्ट करने का निर्देश देते हैं|

प्रोजेक्टर में एक Lens लगा होता है जिसमे से Light निकलती और जब यह लाइट किसी परदे पर पड़ती है तो हमें विडियो दिखाई देता है| कुछ प्रोजेक्टर में लाइट के बदले लेज़र का इस्तेमाल कीया जाता है|

आजके आधुनिक प्रोजेक्टर में Pixels का इस्तेमाल किया जाता है जिस वजह से विडियो की क्वालिटी ज्यादा अच्छी दिखाई देती है| आजके प्रोजेक्टर में एक तीव्र प्रकाश Pixels से होकर गुजरता है जिसके बाद इमेज तीन कलर में दिखाई देती है और इसके बाद यह इमेज एक प्रिज्म से होकर गुजरती है जिसके बाद हमें एक रंगबेरंगी इमेज परदे पर दिखाई देती है|

What is Projection Screen in Hindi – Projection Screen क्या है?

प्रोजेक्टर द्वारा जिस स्क्रीन पर हमें चलचित्र दिखाए जाते हैं उस स्क्रीन को Projection Screen कहा जाता है| प्रोजेक्शन स्क्रीन एक तरह का परदा या फिर एक सरफेस होता है जिसका उपयोग प्रोजेक्टर द्वारा प्रोजेक्ट की गयी विडियो को दिखाना होता है|  Projection Screen कई तरह के होते हैं कुछ जगह एक सफ़ेद बोर्ड का इस्तेमाल किया जाता है तो कुछ जगह परदे का इस्तेमाल किया जाता है| प्रोजेक्शन स्क्रीन का कलर हंमेशा हल्का होता है जिस वजह से प्रोजेक्ट की गयी विडियो अच्छे से दिखाई देती है|

Types of Projector in Hindi -प्रोजेक्टर के प्रकार

आज अलग अलग तरह की Technology का इस्तेमाल करके कई प्रकार के प्रोजेक्टर बनाये गए हैं| जिनमे से मुख्य तीन प्रकार कुछ इस तरह हैं:

  • DLP Projector
  • LCD Projector
  • CRT Projector

आइए इन सभी प्रकार के बारे में अच्छे से जानते हैं|

DLP (Digital Light Processing) Projector

DLP Projector को Digital Light Processing के नाम से जाना जाता है| यह दो प्रकार के होते हैं एक में 1 DLP चिप इस्तेमाल होता है तो दुसरे में 3 DLP चिप इस्तेमाल होता है| इसका इस्तेमाल दो तरह से किया जाता है एक में Front Projection जो टीवी में ही देखने को मिलता है और दुसरे में Back Projection जिसे ऑफिस और स्कूल में इस्तेमाल किया जाता है| इस प्रोजेक्टर को Texas Instruments ने 1987 में बनाया था|

इस प्रोजेक्टर में Digital Micromirror Device का इस्तेमाल किया जाता है और इसे बनाने में कई छोटे छोटे Mirror का उपयोग होता है जिनकी संख्या Millions में होती है| इन्ही Mirror की वजह से कई कलर दिखाई देते हैं और इन कलर की Accuracy बहोत अच्छी होती है जिस वजह से यह LCD Projector से सस्ते होते हैं|

इसमें लाखों की संख्या में Micro Mirror का इस्तेमाल होता है जिस वजह से छवि काफी रंगीन और अच्छी दिखाई देती है और इसमें Contrast भी काफी ज्यादा होता है| जिन प्रोजेक्टर के Colour Wheel की स्पीड कम हो जाती है उनमे Rainbow Effect दिखाई देती है और यह खामी सिर्फ 1 DLP चिलवाले प्रोजेक्टर में ही दिखाई देती है|

LCD (Liquide Crystal Display) Projector

LCD Projector को Liquide Crystal Display प्रोजेक्टर के नाम से भी जाना जाता है| LCD प्रोजेक्टर में Light Transmissive Technology का इस्तेमाल किया जाता है और इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के लिए Liquide Crystal Display का उपयोग किया जाता है|

इस प्रोजेक्टर में छवि को प्रदर्शित करने के लिए LCD का इस्तेमाल किया जाता है और इस तकनीक का इस्तेमाल टीवी, मोबाइल और लैपटॉप में भी किया जाता है| इस प्रोजेक्टर में एक सफ़ेद प्रकाश को तीन अलग अलग मिरर से पारित किया जाता है| जिसके बाद वह सफ़ेद प्रकाश नीला, हरे और लाल रंग में अलग अलग इमेज बनाता है| इन तीनो इमेज को एक करने के लिए इन तीनो रंग के प्रकाश को एक प्रिज्म से गुजारा जाता है जिसके बाद हमें एक रंगीन इमेज दिखाई देती है|

इस प्रोजेक्टर में काफी सारे रंग दिखाई देते हैं और इमेज क्वालिटी भी अच्छी होती है| इसमें Brightness दुसरें प्रोजेक्टर से ज्यादा होती है|

इन प्रोजेक्टर का वजन ज्यादा होता है और इनमे Dead Pixel जैसी खामी देखि जाती है| इनमे LCD का इस्तेमाल किया जाता है जिस वजह से इनमे कुछ समय बाद क्वालिटी ख़राब होने लगती है|

CRT (Cathode Ray Tube) Projector

CRT Projector को Cathode Ray Tube प्रोजेक्टर के नाम से भी जाना जाता है| इस प्रोजेक्टर में कैथोड रे ट्यूब का इस्तेमाल करके छवि को प्रदर्शित किया जाता है| इस छवि को प्रदर्शित करने के लिए तीन ट्यूब का इस्तेमाल किया जाता है|

इस प्रोजेक्टर में इमेज की क्वालिटी अच्छी नहीं होती और इस प्रोजेक्टर का वजन भी काफी ज्यादा होता है जिस वजह से इसे एक जगह से दूसरी जगह ले जाना मुश्किल हो जाता है और इन्हें किसी एक जगह पर फिट करना पड़ता है|

जब प्रोजेक्टर का इस्तेमाल शुरू हुआ था तब इसी प्रोजेक्टर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता था लेकिन फिर टेक्नोलॉजी में नए नए बदलाव होते गए और इस प्रोजेक्टर की माँग धीरे धीरे कम होने लगी और आज इसकी जगह LCD और DLP प्रोजेक्टर का इस्तेमाल किया रहा है|

Features of Projector in Hindi – प्रोजेक्टर की विशेषताएँ क्या है?
  • यह वजन में हलके होते हैं जिस वजह से इन्हें आसानी से कहीं भी ले जाया सकता है|
  • यह किसी भी छोटी स्क्रीन पर चल रहे विडियो को बड़ी स्क्रीन पर दिखा सकते हैं
  • इन्हें set up करना यानि की किसी डिवाइस से कनेक्ट करना एकदम सरल है|
  • प्रोजेक्टर द्वारा प्रदर्शित की गयी छवि की क्वालिटी भी अच्छी होती है|
Uses of Projector in Hindi -प्रोजेक्टर के उपयोग
  • आज प्रोजेक्टर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल Business Meeting में Presentation बताने के लिए काम आता है|
  • Theatre में मूवी दिखाने के लिए भी इसका बहोत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है|
  • Marriage और दुसरे Family Function में भी इसका इस्तेमाल हो रहा है|
  • Education में यानि की स्कूल और कॉलेज में प्रोजेक्टर का बहोत ही ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है|
  • एकसाथ कई लोग किसी विडियो को देखना चाहते हैं तो वह प्रोजेक्टर का इस्तेमाल करते हैं|
  • मनोरंजन के क्षेत्र में प्रोजेक्टर का बहोत इस्तेमाल किया जा रहा है|

Advantages of Projector in Hindi – प्रोजेक्टर इस्तेमाल करने के फायदे

  • प्रोजेक्टर की मदद से हम छवि की स्क्रीन को अपने हिसाब से Customize कर सकते हैं|
  • टीवी और मोबाइल की तुलना में इसकी स्क्रीन काफी ज्यादा बड़ी होती है|
  • इसके द्वारा छात्रो को पढाया जाये तो उन्हें जल्दी समाज में आता है|
  • इसके द्वारा किसी भी Presentation को आसानी से दिया जा सकता है|
  • इसकी मदद से एक ही इमेज या विडियो को एकसाथ कई लोगों को दिखाया जा सकता है|
  • इसे कम जगह में भी आसानी से फिट किया जा सकता है|
  • इनकी किंमत भी ज्यादा नहीं होती है जिस वजह से ज्यादा से ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल कर सकते हैं|
  • प्रोजेक्टर पर विडियो देखने से आँखों पर दबाव नहीं आता और आँखें भी नहीं खिंचाती है जिस वजह से यह आखोँ के लिए फायदेमंद है|

Disadvantages of Projector in Hindi – प्रोजेक्टर इस्तेमाल करने के नुकशान

  • इसमें कभी कभी धूल घुस जाने के कारण सफाई की जरुरत पड़ती है और कभी तो इसके पार्ट्स भी बदलने पड़ते हैं|
  • प्रोजेक्टर सिर्फ विडियो को प्रोजेक्ट कर सकते है जिस वजह से ऑडियो के लिए अलग से एक ऑडियो सिस्टम की जरुरत पड़ती है|
  • प्रोजेक्टर द्वारा प्रदर्शित की गयी छवि को अच्छे से देखने के लिए एक अच्छी Projection Screen और Dark Room की जरुरत होती है|

FAQs – Projector के बारे में पूछे जानेवाले सवाल

प्रोजेक्टर क्या है समझाइए?

Projector एक Output Device है जो किसी भी वीडियो और इमेज को एक बड़ी स्क्रीन पर दिखाने का काम करता है| कंप्यूटर की स्क्रीन पर चल रही विडियो को प्रोजेक्टर बड़ी आसानी से एक बड़े परदे पर दिखा सकता है जिस वजह से आज इसका इस्तेमाल कंपनी मीटिंग और स्कूल, कॉलेज में ज्यादा हो रहा है|

प्रोजेक्टर कितने प्रकार के होते हैं?

प्रोजेक्टर कई प्रकार के होते हैं जिनमे कुछ मुख्य प्रकार यह हैं: डीएलपि प्रोजेक्टर, एलइडी प्रोजेक्टर, सिआरटी प्रोजेक्टर और लेज़र प्रोजेक्टर|

प्रोजेक्टर का उपयोग क्या है?

यह एक ऐसा Optical Device है जो कंप्यूटर की स्क्रीन पर चल रही विडियो को एक बड़ी दीवार या परदे पर दिखता है जिसे प्रोजेक्शन स्क्रीन भी कहा जाता है| आज के समय कुछ स्कूल और कॉलेज में छात्रों को पढाने के लिए ज्यादातर Projector का ही इस्तेमाल किया जा रहा है क्यूंकि इसकी मदद से बड़ी आसानी से किसी भी concept को समझाया जा सकता है| Theatre में मूवी दिखाने के लिए भी इसका बहोत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है|

प्रोजेक्टर को हिंदी में क्या कहते हैं?

प्रोजेक्टर को हिंदी में प्रक्षेपक या फिर प्रक्षेपित्र के नाम से जाना जाता है| टीवी और मोबाइल की तुलना में इसकी स्क्रीन काफी ज्यादा बड़ी होती है|

Conclusion – Projector Kya Hai in Hindi

इस लेख की शुरुआत में मैंने आपको बताया की Projector Kya Hai और प्रोजेक्टर का इतिहास क्या है फिर इसके बाद मैंने आपको बताया की प्रोजेक्टर कैसे काम करता है और यह कितने प्रकार का होता है इसके बाद आपने देखा की प्रोजेक्टर को इस्तेमाल करने के क्या फायदे होते हैं और क्या नुकशान होते हैं| इस तरह मैंने आपको Projector के बारे में अच्छे से जानकारी दी है| आपको प्रोजेक्टर के बारे में यह जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं|

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